Vaccine Rumor: तय समय पर दूसरी डोज ना लगने पर वैक्सीन की पहली डोज बेकार.
दिल्ली| राजधानी में अब वैक्सीन (Vaccine) की कमी होने की बात सामने आ रही है. खासकर कोवैक्सीन (Vaccine) लोगों को नहीं मिल पा रही है और सबसे ज्यादा परेशानी सेकंड डोज वालों को हो रही है. उन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के लिए कई बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. एक सवाल अब यह भी उठने लगा है कि क्या तय समय के बाद यदि दूसरी डोज लेते हैं तो इसका नुकसान भी हो सकता है? कहीं दोबारा पहली डोज तो नहीं लगवानी पड़ेगी आदि.
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इस बारे में दिल्ली मेडिकल काउंसिल के प्रेजिडेंट डॉ़ अरुण गुप्ता कहते हैं कि दूसरी डोज लेने में लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपने वैक्सीन (Vaccine) की जो पहली डोज लगवाई है, वह खराब हो जाएगी. कई लोग यह मान रहे हैं कि तय समय पर दूसरी डोज ना लगने पर वैक्सीन (Vaccine) की पहली डोज बेकार हो जाएगी और उन्हें फिर से पहली डोज से शुरुआत करनी पड़ेगी. ऐसा नहीं है क्योंकि कोवैक्सीन की दूसरी डोज चार से छह हफ्ते बाद लगवा सकते हैं और कोविशील्ड की दूसरी डोज चार से आठ हफ्ते के भीतर लगवा सकते हैं.
आज कई केंद्रों में लगेगा टीका (Vaccine)
उधर, बुधवार को 18 वैक्सीनेशन केंद्रों में 2310 लाभार्थियों ने पहली व दूसरी डोज लगवाई. वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी डॉ. मनीष पासी ने बताया कि एक दिन का लक्ष्य 1800 को टीका लगाना था. 18 से 44 साल आयु वर्ग में 756 लाभार्थियों ने पहली डोज लगवाई. 12 हेल्थ, 72 फ्रंटलाइन वर्कर्स ने टीका लगवाया. 45 से 60 साल आयु वर्ग में 1102 ने वैक्सीनेशन करवाया. इनमें दूसरी डोज लगवाने वाले 323 लाभार्थी शामिल हैं. 168 सीनियर सिटीजन ने भी टीका लगवाया. अब तक जिले में 141504 लाभार्थियों को पहला और 26 हजार 454 को दूसरा टीका लगाया जा चुका है. डॉ. पासी ने बताया कि अब बिना रजिस्ट्रेशन और स्लॉट चुने बगैर टीका नहीं लगाया जा रहा है.
हम सब कोरोना उचित व्यवहार के साथ testing, tracking, treatment की रणनीति और माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन बनाकर कोरोना को नियंत्रित करने की कोशिश लगातार कर रहे हैं, लेकिन कोरोना पर विजय प्राप्त करने के लिए हमारे पास दो वैक्सीन भी हैं, जो बड़े हथियार हैं।
@PMOIndia pic.twitter.com/penJnyoYv8— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) May 12, 2021