Monkeypox : दुनिया के 71 देशों में फैल चुका मंकीपॉक्स अब भारत में भी आ गया है. केरल के तिरुवनंतपुरम में विदेश से लौटे एक शख्स में मंकीपॉक्स (Monkeypox)के लक्षण दिख रहे. उसके सैम्पल को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में जांच के लिए भेजा गया है. भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आने के बाद केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है. शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भेजी गई 4 एक्सपर्ट की टीम केरल का दौरा कर रही है, जहां मंकीपॉक्स का पहला केस मिला था.
सरकार ने फिर से गाइडलाइन्स जारी की हैं, ये वही गाइडलाइन्स हैं जो 31 मई को जारी की गई थी. केरल में 35 वर्ष के एक व्यक्ति में राज्य सरकार ने मंकीपॉक्स Monkeypox की पुष्टि की है, ये व्यक्ति हाल ही में विदेश यात्रा करके लौटा था. नई गाइडलाइन्स के मुताबिक मंकीपॉक्स के केस में जीनोम सिक्वेंसिंग या आरपीसीआर टेस्ट ही कंफर्म माना जाएगा. भारत में मंकीपॉक्स की जांच के लिए 15 लैब तैयार की गई हैं.
केंद्र ने जारी की गाइडलाइन
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इस साल 1 जनवरी से 22 जून तक दुनियाभर के 50 देशों में मंकीपॉक्स (Monkeypox) वायरस के 3413 कंफर्म केस मिले हैं. इनमें एक व्यक्ति की मौत हुई . ज्यादातर मामले यूरोपियन देशों में पाए गए हैं. यह वायरस धीरे-धीरे पूरी दुनिया में फैल रहा है. इसलिए मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए हमें सतर्क रहना चाहिए और इस बीमारी के खिलाफ हमारी तैयारी पूरी होना चाहिए.
▶️ Centre rushes High Level multi-disciplinary team to Kerala for supporting the State in public health interventions and investigating for #Monkeypox outbreak.
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— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) July 14, 2022
यौन संबंधों से भी फैलता है
मंकीपॉक्स (Monkeypox) यौन संबंध बनाने से भी फैल सकता है. समलैंगिक और बायसेक्शुअल लोगों को इससे संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है. WHO के मुताबिक, हाल ही में जिन देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं, उनमें से कइयों में संक्रमण यौन संबंध बनाने से फैला है. CDC के मुताबिक, अगर आप किसी मंकीपॉक्स संक्रमित से यौन संबंध बनाते हैं, तो आपको भी संक्रमण हो सकता है. संक्रमित के गले लगना, किस करना और यहां तक कि फेस-टू-फेस कॉन्टैक्ट बनाने से भी संक्रमण फैलने का खतरा रहता है
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इन सभी जिलों में क्वारंटीन सेंटर बनाए जाएंगे और संक्रमित व्यक्ति के बगल की सीटों पर बैठने वाले 11 लोग हाई रिस्क वालों की लिस्ट में हैं. इसके अलावा मरीज के माता-पिता, एक ऑटो चालक, एक टैक्सी चालक और एक निजी अस्पताल के स्किन डॉक्टर भी इस रिस्क लिस्ट में हैं. मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मी उन लोगों के संपर्क में हैं जिनके संक्रमित व्यक्ति के कॉन्टैक्ट में आने का शक है और अगर उनमें बुखार या अन्य लक्षण दिखाई पड़ते हैं तो उनकी कोविड-19 समेत अन्य जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि मंकीपॉक्स (Monkeypox) के लक्षण दिखने पर भी जांच की जाएगी.
इस वायरस के मामले उन देशों से भी सामने आ रहे हैं जो किसी तरह से अफ्रीका से नहीं जुड़े हुए हैं, जहां इस वायरस ने महामारी का रूप ले लिया है. मई में इस वायरस का पहला मामला सामने आया था और अब तक कई देशों में फैल चुका है. ये भी चिंता बढ़ रही है कि अगर यह वायरस जंगली जानवरों में फैल गया तो फिर इसे कंट्रोल करना मुश्किल हो जाएगा.
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