Jawad Cyclone चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ ओडिशा-आंध्र प्रदेश तट पहुंचने से पहले गहरे दबाव में तब्दील होकर कमजोर पड़ सकता है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पिछले एक साल में ‘गुलाब’ और ‘यास’ की मार झेल चुके इन पूर्वी तटीय राज्यों को इससे राहत मिलने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से कहा गया, ‘इसके धीरे-धीरे कमजोर पड़ने और अगले 12 घंटे में उत्तर की ओर बढ़ने की उम्मीद है और इसके बाद यह उत्तर की तरफ ओडिशा के तट की तरफ गहरे दबाव के क्षेत्र के रूप में पुरी के पास जा सकता है।’
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बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) के रूप में बदल गया है और आज इसके ओडिशा- आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के तटों पर पहुंचने की आशंका जताई गई है. इसकी वजह से बिहार और झारखंड में भी भारी बारिश की संभावना है. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात के शनिवार की सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के पास पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी पहुंचने की संभावना है. इसके बाद यह ओडिशा और निकटवर्ती आंध्र प्रदेश के तट के पास से होकर उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ेगा. रविवार को दोपहर तक पुरी के आसपास के तट पर पहुंचेगा.
Puri | Following #CycloneJawad warning, fishermen do not venture into the sea
Under the influence of the cyclonic storm, Puri witnesses rainfall and high-speed winds#Odisha pic.twitter.com/H1MRhtehkE
— ANI (@ANI) December 4, 2021
जवाद तूफान(Jawad Cyclone) को लेकर झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड(Jharkhand Bijli Vitran Nigam Limited) अलर्ट हो गया है। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक प्रभात कुमार श्रीवास्तव ने इसे लेकर अभियंताओं की बैठक की और उन्हें दिशा निर्देश जारी किए। कार्यपालक अभियंताओं(Executive Engineers) को बताया गया कि जवाद तूफान के चलते शनिवार और रविवार को बारिश की आशंका जताई गई है।
पेड़ या पेड़ की टहनी गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है। इसलिए सभी इंजीनियर अलर्ट रहेंगे। सहायक विद्युत अभियंता(Assistant Electrical Engineer) और कनीय विद्युत अभियंता(Junior Electrical Engineer) रात 11:00 बजे तक अपने सब स्टेशन पर मौजूद रहेंगे। ताकि सभी स्टेशन से ही 33 केवी और 11 केवी लाइन की निगरानी हो सके।