कोलकाता|केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच जारी रस्साकसी के बाद पश्चिम बंगाल के (Alpan Bandopadhyay)मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय ने सोमवार को रिटायरमेंट ले लिया। 31 मई को ही उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा था जो तीन महीनों के लिए बढ़ाया गया था। उन्हें केंद्र सरकार ने वापस बुला लिया था, लेकिन वे नहीं गए। अब ममता बनर्जी ने उन्हें अपना विशेष सलाहकार नियुक्त किया है। वह अगले तीन साल तक इस पद पर रहेंगे। वहीं, अपर मुख्य सचिव गृह एचके द्विवेदी को बंगाल का नया मुख्य सचिव बनाया गया है।
यास तूफान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में शामिल न होने वाले पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलपान बंदोपाध्याय (Alpan Bandopadhyay)को दिल्ली तलब किया गया था। उन्हें सोमवार सुबह 10 बजे नार्थ ब्लॉक में रिपोर्ट करना था, लेकिन वे नहीं आए क्योंकि ममता सरकार ने उन्हें रिलीव नही किया। वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठकों में शामिल हुए।
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इसके बाद एचके द्विवेदी ने बंगाल के नए चीफ सेक्रटरी का चार्ज भी संभाल लिया है. द्विवेदी 1988 बैच के IAS अधिकारी है और पूर्व चीफ सेक्रेटरी अलपन बंदोपाध्याय (Alpan Bandopadhyay)से एक साल जूनियर हैं. वह अब तक सूबे के होम सेक्रेटरी के तौर पर काम कर रही थे और उनके पास लंबा प्रशासनिक अनुभव है.
वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है- ‘मैं अलपन बंदोपाध्याय (Alpan Bandopadhyay) को बंगाल छोड़ने नहीं दूंगी। वह अब मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार हैं। अब वह दिल्ली नहीं जाएंगे। केंद्र किसी अधिकारी को राज्य सरकार की सहमति के बिना जॉइन करने के लिए बाध्य नहीं कर सकता। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हिटलर, स्टालिन जैसे तानाशाहों की तरह व्यवहार कर रहे हैं।’ इससे पहले ममता ने सोमवार को तूफान से हुए नुकसान को लेकर एक समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा मैंने चक्रवात प्रभावित दीघा का दौरा किया है। यहां अलपन बंद्योपाध्याय की जिम्मेदारी है। मछुआरों के मुआवजे के बारे में सोचा जाना चाहिए। बैठक में बंद्योपाध्याय भी मौजूद रहे।